सिरको: अवैध दारू के खिलाफ ग्रामीणों की सख्त पहल, नशामुक्ति के लिए बनाई गई निगरानी समिति

सिरको/ 15 अप्रैल 2025

ग्राम सिरको में नशामुक्ति को लेकर ग्रामीणों की एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई, जिसमें अवैध दारू की बढ़ती समस्या पर चिंता जताई गई। बैठक में विशेष रूप से छोटे बच्चों और युवाओं में नशे की बढ़ती प्रवृत्ति और वयस्कों में इसकी लत को देखते हुए गांव के सामाजिक ढांचे को बचाने की दिशा में ठोस कदम उठाए गए।

बैठक में बड़ी संख्या में ग्रामीणों की उपस्थिति रही, जिसमें पुरुषों के साथ-साथ महिलाएं भी बेहद सक्रिय रहीं। सामाजिक जागरूकता और नशा मुक्ति को प्राथमिकता देते हुए गांववासियों ने मिलकर कई सख्त नियम-कायदों को पारित किया। गांव में अब अवैध दारू बेचने या नशा करते हुए पकड़े जाने पर कड़ी सजा का प्रावधान किया गया है।

नए नियमों के अंतर्गत:

यदि कोई व्यक्ति गांव में दारू या गांजा बेचते हुए पकड़ा गया, तो उसे ₹50,000 का जुर्माना भरना होगा। यह राशि गांव के विकास कार्यों में खर्च की जाएगी।

वहीं अगर कोई व्यक्ति शराब पीकर हुड़दंग करता या गाली-गलौज करता पाया गया, तो उस पर ₹10,000 का अर्थदंड लगाया जाएगा।


इस पहल में महिला स्व-सहायता समूह की महिलाओं की भूमिका भी सराहनीय रही। उन्होंने गांव में निगरानी समिति का गठन किया है, जिसमें 10 पुरुष और 10 महिलाएं शामिल हैं। यह समिति गांव में अवैध नशे की गतिविधियों पर नजर रखेगी और नियमों के उल्लंघन पर कार्यवाही करेगी।

बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि यदि इसके बावजूद अवैध शराब की बिक्री बंद नहीं होती है, तो प्रशासनिक स्तर पर कार्यवाही की जाएगी।

ग्रामीणों की इस एकजुटता और पहल को गांव में सामाजिक सुधार की दिशा में एक मजबूत कदम माना जा रहा है। सिरको अब नशामुक्ति के उदाहरण के रूप में सामने आ रहा है।

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