सरायपाली। गौरव पथ निर्माण में भ्रष्टाचार के खिलाफ लगातार आवाज उठाने वाली सरायपाली विधायक चातुरी नंद की लड़ाई रंग लाई है। राज्य सरकार ने मामले में संज्ञान लेते हुए तत्कालीन सीएमओ को निलंबित कर दिया है। इससे पहले, नपा के इंजीनियर को भी निलंबित किया जा चुका है।
विधायक चातुरी नंद ने इस मुद्दे को विधानसभा में जोर-शोर से उठाया था और नगर प्रशासन विभाग से जांच की मांग की थी। साथ ही, उन्होंने एक दिवसीय भूख हड़ताल भी की थी। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार के कार्यकाल में गौरव पथ निर्माण में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार हुआ। डिवाइडर की ऊंचाई कम करने, घटिया सामग्री का उपयोग करने और अन्य अनियमितताओं को लेकर उन्होंने कई बार शिकायतें की थीं।
भाजपा पर लगाए गंभीर आरोप
विधायक चातुरी नंद ने कहा कि “भ्रष्टाचार के खिलाफ हमारी लड़ाई सही थी, और तत्कालीन सीएमओ व इंजीनियर का निलंबन इसका प्रमाण है।” उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा चुनाव से पहले विकास की बात करती है, लेकिन सत्ता में आते ही भ्रष्टाचार में लिप्त हो जाती है।
पोल शिफ्टिंग में भी गड़बड़ी का आरोप
उन्होंने गौरव पथ से जुड़े पोल शिफ्टिंग कार्यों में भी अनियमितता का आरोप लगाया। उनके अनुसार, इस्टीमेट में नए पोल लगाने का प्रावधान था, लेकिन ठेकेदार ने पुराने पोलों की मरम्मत कर उन्हें ही लगा दिया। इसके बावजूद, इस काम के लिए 5 करोड़ रुपये स्वीकृत किए गए थे।
“नगर पालिका में मूलभूत सुविधाओं का अभाव”
उन्होंने कहा कि राज्य में डबल इंजन की सरकार होने के बावजूद नगर पालिका क्षेत्र में सड़क, बिजली, पानी और नाली जैसी मूलभूत सुविधाओं की कमी बनी हुई है। वार्डवासियों को अब भी कई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।
भ्रष्टाचार के खिलाफ जारी रहेगी लड़ाई
विधायक चातुरी नंद ने स्पष्ट किया कि उनकी लड़ाई यहीं खत्म नहीं होगी। उन्होंने मांग की कि इस भ्रष्टाचार में शामिल अन्य दोषियों पर भी जल्द से जल्द कार्रवाई की जाए। उन्होंने कहा कि जनता के हितों से खिलवाड़ किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।