“स्वामित्व कार्ड से ग्रामीणों को मिला मालिकाना हक, बरसों का इंतजार खत्म”

महासमुंद जिले में आज स्वामित्व योजना के अंतर्गत आयोजित कार्यक्रम में भूमि और मकान मालिकों के चेहरों पर वर्षों की खुशी साफ झलक रही थी। मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने इस अवसर पर 25 हितग्राहियों को स्वामित्व कार्ड प्रदान किए और उन्हें हार पहनाकर बधाई दी।

लाभार्थियों के चेहरे पर खुशी: ग्राम परसट्ठी के इंदरमन, बुधारू साहू और सखाराम ध्रुव जैसे हितग्राहियों ने दशकों से प्रतीक्षित मालिकाना हक पाकर अपनी खुशी जाहिर की। इंदरमन को 98.35 वर्ग मीटर, बुधारू साहू को 58.22 वर्ग मीटर और सखाराम ध्रुव को 511.46 वर्ग मीटर जमीन का स्वामित्व मिला। सखाराम ने बताया कि 30 साल से खेत में खेती करने के बावजूद मालिकाना हक न होने के कारण कई योजनाओं का लाभ नहीं मिल पाता था।

आर्थिक सशक्तिकरण की राह: स्वामित्व कार्ड मिलने के बाद लाभार्थी अपनी संपत्ति को वित्तीय संपत्ति के रूप में उपयोग कर सकेंगे, जिससे ऋण प्राप्त करना और आर्थिक स्थिरता पाना संभव होगा। ड्रोन सर्वेक्षण तकनीक से तैयार ये दस्तावेज ग्रामीण नागरिकों को उनकी संपत्ति पर स्पष्ट अधिकार प्रदान करते हैं।

सरकार को धन्यवाद: लाभार्थियों ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय को इस अभिनव योजना के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने इसे ग्रामीण नागरिकों के जीवन में क्रांतिकारी बदलाव लाने वाली योजना बताया।

स्वामित्व योजना न केवल ग्रामीण नागरिकों को संपत्ति का अधिकार देती है, बल्कि उन्हें आर्थिक रूप से सशक्त बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है।

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