कोलकाता के आर.जी. कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में एक प्रशिक्षु महिला चिकित्सक के साथ हुए दुष्कर्म और हत्या के मामले में सियालदह कोर्ट ने संजय राय को दोषी करार दिया है। यह घटना 8 अगस्त 2024 की रात की है, जब महिला चिकित्सक का शव अगले दिन अस्पताल के सेमिनार हॉल से बरामद हुआ। संजय राय, जो पूर्व सिविक वॉलंटियर था, को घटना के समय अस्पताल की सीसीटीवी फुटेज में देखा गया था। उसके शरीर पर मृतका का खून और अन्य संघर्ष के निशान पाए गए। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मृतका के शरीर पर संजय राय का डीएनए भी पाया गया। अदालत ने संजय राय को भारतीय दंड संहिता की धारा 64 (दुष्कर्म), 66 (दुष्कर्म के दौरान गंभीर चोट पहुंचाना और मृत्यु होना) और 103(1) (हत्या) के तहत दोषी पाया।
इस फैसले के बाद, मृतका के माता-पिता ने अदालत के निर्णय का स्वागत करते हुए अन्य संभावित आरोपियों की जांच की मांग की है। वहीं, डॉक्टर समुदाय के एक वर्ग ने भी संदेह जताया है कि इस जघन्य अपराध में केवल एक व्यक्ति का हाथ नहीं हो सकता। संजय राय ने अदालत में खुद को निर्दोष बताते हुए आरोपों को नकारा। अब, सजा की घोषणा 20 जनवरी 2025 को की जाएगी, और इसके बाद अगर उसे मृत्युदंड या आजीवन कारावास की सजा मिलती है, तो यह मामला उच्च न्यायालय में अपील के लिए जा सकता है। यह मामला पूरे देश में चर्चा का विषय बना हुआ है और सभी की नजरें न्याय की इस प्रक्रिया पर टिकी हुई हैं।