कोई देवी-देवता बलि नहीं चाहता, यह प्रथा शास्त्र विरुद्ध: पं. हरगोपाल शर्मा
महासमुंद, 29 जनवरी 2025 – छत्तीसगढ़ी अग्रवाल समाज के भवन में श्रीमद्भागवत ज्ञान यज्ञ का आयोजन किया गया, जिसमें विद्वान कथावाचक पं. हरगोपाल शर्मा ने प्रवचन देते हुए बलि प्रथा पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि किसी भी देवी-देवता ने कभी बलि की मांग नहीं की, यह केवल एक सामाजिक परंपरा रही है, जो शास्त्रों के विरुद्ध है।
यह आयोजन इंजीनियर गौतम अग्रवाल, फेंकू कुमार अग्रवाल और उनके परिवार द्वारा किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए। कथा के दौरान पं. शर्मा ने प्रह्लाद चरित्र का उल्लेख करते हुए बताया कि भक्ति और श्रद्धा ही भगवान को प्रिय हैं, न कि किसी प्रकार की हिंसा।
उन्होंने कहा कि श्रीमद्भागवत हमें सिखाता है कि प्रेम और करुणा से ही ईश्वर की कृपा प्राप्त की जा सकती है। इस अवसर पर भक्तों ने भजन-कीर्तन का आनंद लिया और प्रवचनों से आध्यात्मिक ज्ञान अर्जित किया।
धर्म और समाज के लिए महत्वपूर्ण संदेश
पं. शर्मा ने स्पष्ट किया कि धर्म को तर्क और करुणा से समझना चाहिए। उन्होंने समाज से आग्रह किया कि पशुबलि जैसी कुप्रथाओं को त्यागकर सच्चे भक्ति मार्ग पर चलें।
कार्यक्रम के अंत में श्रद्धालुओं को प्रसाद वितरित किया गया और आयोजकों ने सभी आगंतुकों का आभार व्यक्त किया। इस आयोजन ने समाज में धार्मिक जागरूकता बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
