गुजरात: मेहनत और संघर्ष की मिसाल बनीं पाटण जिले के हाजीपुर गांव की चौहान परिवार की चार बेटियां—जागृति (30), हिना (28), हेतल (26) और प्रियंका (24)—जो एक साथ गुजरात पुलिस में भर्ती हुई हैं। चारों बहनों को अलग-अलग जिलों में गैर हथियारधारी कांस्टेबल के रूप में नियुक्त किया गया है।
इनकी सफलता के पीछे परिवार का संघर्ष और माता-पिता का संकल्प है। पिता ईश्वरभाई मगनभाई चौहान प्लंबिंग का काम करते हैं और मां गृहिणी हैं। सीमित साधनों के बावजूद उन्होंने बच्चों को पढ़ने के लिए हमेशा प्रेरित किया।
गांव में रहकर की भर्ती की तैयारी
चारों बहनों ने अपने गांव में ही पुलिस भर्ती परीक्षा की तैयारी की। हेतल एक पेशेवर एथलीट रह चुकी हैं और उन्होंने विभिन्न प्रतियोगिताओं में 40 से अधिक मेडल जीते हैं। उनका मार्गदर्शन कोच रमेशभाई देसाई ने किया, जो हाजीपुर गांव के युवाओं को पुलिस और अन्य सरकारी नौकरियों की तैयारी करवाते हैं।
“बेटियों को आगे बढ़ते देख खुश है” – पिता ईश्वरभाई
ईश्वरभाई चौहान ने कहा, “मैंने खेतों में मजदूरी की और प्लंबिंग का काम किया, लेकिन बच्चों को पढ़ाई के लिए हमेशा प्रेरित किया। आज मेरी चारों बेटियां पुलिस में भर्ती हो गईं, इससे बड़ा गर्व का पल कुछ नहीं हो सकता।”
गुजरात के अहमदाबाद, गांधीनगर और महेसाणा जिलों में अपनी ड्यूटी पर तैनात ये चारों बहनें गांव की अन्य लड़कियों के लिए प्रेरणा बन गई हैं।
