तहसील कार्यालय बसना: प्रशासनिक व्यवस्था का आधार स्तंभ
तहसील कार्यालय बसना, प्रशासनिक ढांचे का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, जो नागरिकों की भूमि और जनहित से जुड़ी आवश्यकताओं को पूरा करने में अग्रणी भूमिका निभा रहा है। ब्रिटिश काल से लेकर वर्तमान समय तक, यह कार्यालय प्रशासनिक व्यवस्था को सुचारू बनाए रखने और शासन की योजनाओं को प्रभावी ढंग से लागू करने में निरंतर सक्रिय रहा है।
जनहित और भूमि संबंधित कार्यों में सक्रियता
तहसील कार्यालय बसना का मुख्य उद्देश्य भूमि से संबंधित कार्यों का समय पर निपटारा करना है। इसमें फौती नामांतरण, खाता विभाजन, सीमांकन, डायवर्सन, और बंदोबस्त त्रुटि सुधार जैसे कार्य शामिल हैं। इसके अलावा, आय, जाति, और निवास प्रमाण-पत्र जैसे दस्तावेज लोक सेवा गारंटी अधिनियम के तहत निर्धारित समय सीमा में प्रदान किए जाते हैं।
किसानों और नागरिकों के लिए विशेष पहल
तहसीलदार ममता ठाकुर के नेतृत्व में ओलावृष्टि से प्रभावित किसानों को 1 करोड़ रुपये की मुआवजा राशि वितरित की गई। आधुनिक रिकॉर्ड रूम के निर्माण के लिए 30 लाख रुपये स्वीकृत किए गए हैं, जिससे भूमि से संबंधित दस्तावेज ऑनलाइन उपलब्ध होंगे।
सुविधाओं में सुधार और डिजिटल युग की ओर कदम
तहसील परिसर में नागरिक सुविधाओं के उन्नयन पर विशेष ध्यान दिया गया है। इसमें गार्डनिंग, शुद्ध पेयजल, रंग-रोगन, और बैठने की व्यवस्था शामिल है। डिजिटल रिकॉर्ड रूम के निर्माण से नागरिकों के लिए पारदर्शिता और सुविधा में वृद्धि होगी।
प्रमुख प्रशासनिक कार्य
तहसील कार्यालय न केवल राजस्व और भूमि प्रबंधन के लिए कार्यरत है, बल्कि कानून व्यवस्था बनाए रखने, सार्वजनिक वितरण प्रणाली की निगरानी, और शैक्षणिक संस्थानों के निरीक्षण जैसे कार्यों में भी संलग्न है। किसानों के धान पंजीयन और अवैध संग्रहण की रोकथाम, स्वास्थ्य केंद्रों और अन्य सार्वजनिक संस्थानों की निगरानी इसके दायित्वों में शामिल हैं।
जनता का विश्वास अर्जित करने में सफल
तहसील कार्यालय बसना ने अपनी सक्रियता और उत्तरदायित्व के कारण प्रशासन और नागरिकों के बीच विश्वास का मजबूत सेतु बनाया है। भविष्य में भी यह कार्यालय जनहित और प्रशासनिक सुधारों में इसी तत्परता के साथ कार्य करता रहेगा।
