बसना, छत्तीसगढ़: वर्ष 2024 बसना नगर के लिए एक ऐतिहासिक वर्ष रहा, जब यहाँ से चार प्रमुख जनप्रतिनिधि उभरकर सामने आए। इन नेताओं — रूपकुमारी चौधरी (महासमुंद सांसद), चातुरी नंद (सरायपाली विधायक), सम्पत अग्रवाल (बसना विधायक), और पुरंदर मिश्रा (रायपुर उत्तर विधायक) — ने अपने कार्यों और जनहितकारी नीतियों से क्षेत्रीय और राज्य स्तर पर प्रभाव डाला। यह वर्ष इसलिए भी ऐतिहासिक रहा क्योंकि इससे पहले बसना विधानसभा क्षेत्र में कोई स्थानीय नेता विधायक या सांसद के रूप में अपनी जगह नहीं बना सका था।
रूपकुमारी चौधरी: महासमुंद की सांसद
भारतीय जनता पार्टी की वरिष्ठ नेता रूपकुमारी चौधरी ने महासमुंद लोकसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हुए 2024 में कई जनहितकारी योजनाओं को क्रियान्वित किया। उनका ध्यान ग्रामीण विकास, सिंचाई सुविधाओं और महिला सशक्तिकरण पर रहा।
- प्रमुख पहलें:
- ग्रामीण क्षेत्रों में सिंचाई परियोजनाओं का विस्तार।
- महिला स्वयं सहायता समूहों के लिए आर्थिक सहायता।
- शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार।
चातुरी नंद: सरायपाली के विधायक
कांग्रेस के चतुरी नंद ने सामाजिक सुधार अभियानों के साथ राजनीति में अपनी जगह बनाई। उन्होंने 2024 में वंचित वर्गों और महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए कई योजनाओं को सफलतापूर्वक लागू किया।
- प्रमुख पहलें:
- “सभी के लिए शिक्षा” अभियान का नेतृत्व।
- महिलाओं के लिए कौशल विकास केंद्रों की स्थापना।
- सरायपाली क्षेत्र में बालिका शिक्षा को प्रोत्साहन।
सम्पत अग्रवाल: बसना के विधायक
डॉ. सम्पत अग्रवाल, भारतीय जनता पार्टी के बसना विधायक, अपनी रणनीतिक सोच और प्रशासनिक कुशलता के लिए जाने जाते हैं। उन्होंने बुनियादी ढांचे के विकास और युवाओं के उत्थान के लिए अनेक प्रयास किए।
- प्रमुख पहलें:
- क्षेत्र में सड़कों और जल आपूर्ति परियोजनाओं का संचालन।
- खेल और कौशल विकास केंद्रों की स्थापना।
- मोबाइल क्लीनिक सेवाओं की शुरुआत।
पुरंदर मिश्रा : रायपुर उत्तर के विधायक
बसना की राजनीति में नया मोड़
2024 का वर्ष बसना नगर के लिए महत्वपूर्ण साबित हुआ। इन चार नेताओं ने अपनी-अपनी विचारधाराओं और कार्यशैली से न केवल जनता का विश्वास अर्जित किया, बल्कि बसना को छत्तीसगढ़ के राजनीतिक मानचित्र पर एक नई पहचान दी।
अब देखना यह होगा कि आने वाले समय में ये नेता बसना की उन्नति के लिए अपने-अपने क्षेत्रों में क्या-क्या कार्य कर पाते हैं। रूपकुमारी चौधरी की प्राथमिकता ग्रामीण विकास को गति देना है, वहीं चातुरी नंद महिलाओं और वंचित वर्गों को मुख्यधारा में लाने के लिए काम कर रहे हैं। सम्पत अग्रवाल ने बुनियादी ढांचे और खेल सुविधाओं में सुधार पर ध्यान केंद्रित किया है, जबकि पुरंदर मिश्रा स्थानीय उद्योगों और व्यापार को बढ़ावा देने के लिए प्रयासरत हैं।
इनके प्रयासों से क्षेत्र में विकास, सामाजिक सुधार, और पारदर्शिता की दिशा में उल्लेखनीय प्रगति हुई। आने वाले समय में, इन जनप्रतिनिधियों से बसना और इसके आसपास के क्षेत्रों में और भी बड़े बदलावों की उम्मीद की जा सकती है।