नगर पंचायत बसना में नाम वापसी का मामला गरमाया, लोकतंत्र की हत्या का आरोप

बसना, 2 फरवरी: नगर पंचायत बसना में अध्यक्ष व पार्षद पद के प्रत्याशियों द्वारा नाम वापसी की घटना ने राजनीतिक हलकों में हलचल मचा दी है। इसे लेकर कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने कड़ी आपत्ति जताते हुए इसे लोकतंत्र की हत्या करार दिया है।

पर्यवेक्षक अंकित बागबाहरा ने इस मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की है। उन्होंने निर्वाचन अधिकारी को पत्र लिखकर 30 और 31 जनवरी के सीसीटीवी फुटेज व नाम वापस लेने वाले प्रत्याशियों के कॉल डिटेल्स उपलब्ध कराने की मांग की है। उन्होंने आरोप लगाया कि सत्तारूढ़ भाजपा ने धनबल और प्रलोभन के जरिए यह नाम वापसी करवाई है।

जांच के लिए कांग्रेस ने बुलाई बैठक
छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने इस घटनाक्रम को गंभीरता से लेते हुए राष्ट्रीय प्रभारी विजय जांगिड़ और अन्य वरिष्ठ नेताओं को जांच का निर्देश दिया है। इस संबंध में 2 फरवरी को बसना में एक बैठक बुलाई गई है, जिसमें जिला अध्यक्ष समेत अन्य वरिष्ठ नेता मौजूद रहेंगे।

आम आदमी पार्टी ने की निंदा
आम आदमी पार्टी के जिला अध्यक्ष राकेश झाबक ने भी इस घटनाक्रम की आलोचना की और इसे लोकतंत्र की हत्या करार दिया। उन्होंने कहा कि वार्ड नंबर 21 महासमुंद से आप प्रत्याशी मानूराम मांडले ने भी दबाव में आकर नाम वापस लिया है।

राजनीतिक माहौल गर्म, निष्पक्ष जांच की मांग
इस घटनाक्रम ने क्षेत्र में राजनीतिक माहौल को गरमा दिया है। कांग्रेस और आप ने निष्पक्ष जांच और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है। वहीं, जनता में भी इस विषय पर आक्रोश देखने को मिल रहा है। अब देखना यह होगा कि इस मामले में आगे क्या कदम उठाए जाते हैं।

Leave a Comment