पंचायत नेतृत्व और प्राथमिक शिक्षा सशक्तिकरण पर कार्यशाला

महासमुंद/पंचायत नेतृत्व एवं प्राथमिक शिक्षा सशक्तिकरण पर कार्यशाला का आयोजन

आकांक्षी ब्लॉक कार्यक्रम के तहत पिथौरा के 30 ग्राम पंचायतों की सक्रिय महिला स्वयं सहायता समूहों के लिए एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम पीरामल फाउंडेशन (एस्पिरेशनल भारत कोलैबोरेटिव) के तत्वावधान में जनपद पंचायत सभागार में आयोजित हुआ।


इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य प्राथमिक शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार हेतु पंचायत, समुदाय और शिक्षकों के बीच समन्वय और सामूहिक प्रयासों को सुदृढ़ करना था।


स्कूल प्रबंधन समिति (एसएमसी) का प्रभावी संचालन: पंचायत नेतृत्व को शिक्षा क्षेत्र में और प्रभावी बनाने पर चर्चा।

बाला (बिल्डिंग ऐज लर्निंग एड): शिक्षण उपकरणों के उपयोग और उनके प्रभाव पर विशेष सत्र।

पठन एवं गणना कौशल विकास: भाषा और गणित के अभ्यास पत्रकों की उपयोगिता पर विचार-विमर्श।


100 दिन का रीडिंग कैंपेन:
महिलाओं को बच्चों की पढ़ने की क्षमता सुधारने हेतु 100 दिन का रीडिंग कैंपेन तैयार करने का प्रशिक्षण दिया गया।

सामूहिक कार्ययोजना:
पंचायत प्रतिनिधियों, शिक्षकों और स्वयं सहायता समूहों ने प्राथमिक शिक्षा के समग्र विकास के लिए सामूहिक कार्ययोजना बनाई।

महत्वपूर्ण योगदान:
कार्यशाला ने न केवल पंचायत और शिक्षा में सामुदायिक भागीदारी को प्रोत्साहित किया, बल्कि महिलाओं के नेतृत्व कौशल को भी सशक्त बनाया।

प्रमुख सहभागी:
कार्यक्रम के आयोजन में महेन्द्र आर्य, प्रवीण यादव, सूरज जयसवाल, ऋचा साहू और सुरेंद्र कुमार सहित पीरामल फाउंडेशन की टीम ने अहम भूमिका निभाई।

यह पहल बच्चों के समग्र विकास और प्राथमिक शिक्षा को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

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