भारत के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह का 26 दिसंबर 2024 को 92 वर्ष की आयु में निधन हो गया। गुरुवार शाम करीब 8 बजे उन्हें सांस लेने में तकलीफ के चलते दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) के आपातकालीन वार्ड में भर्ती कराया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
डॉ. सिंह लंबे समय से स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रहे थे। 2006 में उनकी दूसरी बाईपास सर्जरी हुई थी, जिसके बाद से उनकी तबीयत में उतार-चढ़ाव बना रहा। उनका जन्म 26 सितंबर 1932 को पश्चिमी पंजाब के गाह (अब पाकिस्तान) में हुआ था।
अपने करियर में, डॉ. सिंह ने भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के गवर्नर (1982-1985) और भारतीय योजना आयोग के प्रमुख (1985-1987) के रूप में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। 1991 में, वित्त मंत्री के रूप में, उन्होंने उदारीकरण, निजीकरण और वैश्वीकरण की नीतियों को लागू किया, जिससे भारतीय अर्थव्यवस्था को नई दिशा मिली।
उनके निधन की खबर से पूरे देश में शोक की लहर है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, और अन्य प्रमुख नेताओं ने उनके निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है।
डॉ. मनमोहन सिंह का योगदान भारतीय राजनीति और अर्थव्यवस्था में अमूल्य रहा है, और उनका निधन देश के लिए एक बड़ी क्षति है।