सभी जनपद पंचायतों और नगरीय निकायों के 84 मास्टर ट्रेनर्स को मिला प्रशिक्षण
जिला निर्वाचन अधिकारी के मार्गदर्शन में आयोजित कार्यक्रम
जिले में नगरीय इकाई और पंचायत चुनाव की तैयारियों के तहत राज्य निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार कुल 84 मास्टर ट्रेनर्स को विशेष प्रशिक्षण प्रदान किया गया। यह प्रशिक्षण जिला पंचायत सभागार में कलेक्टर और जिला निर्वाचन अधिकारी विनय कुमार लंगेह के मार्गदर्शन में आयोजित हुआ। इस अवसर पर जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी एस. आलोक और उप जिला निर्वाचन अधिकारी रवि कुमार साहू ने मास्टर ट्रेनर्स को मतदान और मतगणना प्रक्रियाओं की गहन जानकारी प्रदान की।
मतदान प्रक्रिया की विस्तृत जानकारी
जिला मास्टर ट्रेनर तोषण गिरि गोस्वामी ने पावर पॉइंट प्रजेंटेशन के माध्यम से बताया कि नगरपालिका और नगर पंचायत क्षेत्रों में अध्यक्ष और पार्षद पदों के लिए मतदान मतपत्रों के माध्यम से होगा।
अध्यक्ष पद के लिए सफेद मतपत्र और
पार्षद पद के लिए रंगीन मतपत्र का उपयोग होगा।
मतदान दलों को एक बड़ी और एक छोटी मतपेटी प्रदान की जाएगी। मतदान के बाद पीठासीन अधिकारी द्वारा मतपत्र लेखा तैयार किया जाएगा और इसकी प्रति अभिकर्ताओं को सौंपी जाएगी।
पंचायत चुनाव की प्रक्रिया
प्रशिक्षण में बताया गया कि पंचायत निर्वाचन में प्रत्येक मतदाता को चार पदों—पंच, सरपंच, जनपद पंचायत सदस्य और जिला पंचायत सदस्य—के लिए मतदान करना होगा।
मतदान कक्ष में दो प्रकोष्ठ होंगे:
पहले में पंच और सरपंच के लिए।
दूसरे में जनपद और जिला पंचायत सदस्य के लिए।
मतगणना के क्रम को स्पष्ट करते हुए बताया गया कि
सफेद मतपत्र (पंच) सबसे पहले गिने जाएंगे।
इसके बाद नीले (सरपंच),
पीले (जनपद सदस्य), और
अंत में गुलाबी (जिला पंचायत सदस्य) मतपत्रों की गणना होगी।
प्रमुख अधिकारी रहे उपस्थित
इस अवसर पर नोडल अधिकारी नंदकिशोर सिन्हा, पंकज शर्मा, निर्मल प्रधान, विजय शंकर विशाल, और टेकराम सेन सहित कई अधिकारी उपस्थित थे। प्रशिक्षण के दौरान पीठासीन और मतदान अधिकारियों के कार्यों और दायित्वों की विस्तृत जानकारी दी गई।
चुनाव प्रक्रिया का समय
पंचायत चुनाव में मतदान का समय सुबह 7 बजे से दोपहर 3 बजे तक निर्धारित किया गया है। मतदान के बाद मतगणना का कार्य मतदान केंद्र पर ही संपन्न होगा।
यह प्रशिक्षण आगामी चुनावों को निष्पक्ष और सफलतापूर्वक संपन्न कराने के उद्देश्य से आयोजित किया गया।