महिला सुरक्षा कानून के तहत कार्रवाई की मांग
बसना ब्लॉक के बड़े डाभा निवासी गायत्री पटेल (पति मुरलीधर पटेल, ससुराल – बड़े टेमरी) ने मीडिया के सामने आकर अपने साथ हुए उत्पीड़न, दहेज प्रताड़ना, मारपीट और समाज द्वारा बहिष्कार के गंभीर आरोप लगाए हैं।
गायत्री पटेल ने बताया कि उनकी शादी को महज 5 वर्ष हुए हैं। लॉकडाउन के दौरान उनकी शादी हुई थी और माता-पिता की सामर्थ्य अनुसार उन्होंने विवाह में बाइक, सोना-चांदी, बर्तन, नगद राशि और अन्य आवश्यक सामान दिए थे, जैसा कि गांव-देहात में परंपरा होती है। इसके बावजूद शादी के डेढ़ साल बाद से ही पति और ससुर शराब के आदी होने के कारण रोजाना नशे की हालत में घर आकर दहेज कम लाने का ताना देते और मानसिक व शारीरिक रूप से प्रताड़ित करते थे।
पीड़िता ने आरोप लगाया कि डेढ़ महीने के गर्भ में पल रहे बच्चे के साथ उन्हें घर से बाहर कर दिया गया। “पति अक्सर गाली-गलौज करता, मारपीट करता और अंततः समाज के कुछ सदस्यों के साथ मिलकर मुझे घर से निकाल दिया,” — गायत्री ने कहा।
गायत्री ने बताया कि ससुराल पक्ष ने समाज के सामने शर्त रखी थी कि 2 लाख रुपये और एक चार पहिया वाहन लाने पर ही उन्हें वापस ससुराल में रखा जाएगा। वहीं समाज के कुछ लोगों ने भी 3 लाख रुपये देने पर ही समाज में वापस मिलाने की बात कही।
पीड़िता का कहना है कि मामले की शिकायत समाज में करने के बाद भी उन्हें न्याय नहीं मिला, बल्कि सामाजिक बहिष्कार कर दिया गया। “हमारे घर आना-जाना, बातचीत, हुक्का-पानी सब बंद कर दिया गया,” — उन्होंने बताया।
गायत्री का मायका बड़े डाभा में है और उनका परिवार सब्जी का व्यापार करता है। इतनी बड़ी राशि जुटाना उनके लिए संभव नहीं है। उन्होंने बताया कि वह कई बार बसना थाने, महासमुंद एसपी कार्यालय और कलेक्टर तक जाकर लिखित व मौखिक शिकायत दर्ज करा चुकी हैं, लेकिन अब तक किसी तरह की ठोस कानूनी कार्रवाई नहीं हुई।
उन्होंने आरोप लगाया कि मामले में पुलिस और प्रशासन की धीमी कार्यवाही के कारण वह बीते 3 वर्षों से मायके में रहकर संघर्ष कर रही हैं। अब वह मीडिया के माध्यम से अपनी आवाज समाज और प्रशासन तक पहुंचाकर महिला सुरक्षा कानून के तहत सख्त कार्रवाई की मांग कर रही हैं।
Bahut sundar cover kiye hai sahu ji
धन्यवाद सर