दिनांक : 8 अप्रैल 2025
राज्य भर में 8 अप्रैल (मंगलवार) से 11 अप्रैल 2025 तक सुशासन दिवस मनाया जा रहा है। इस अभियान का उद्देश्य नागरिकों की समस्याओं, सुझावों और आवश्यकताओं को प्रत्यक्ष रूप से सुनना और प्रशासनिक तंत्र को और अधिक जवाबदेह, पारदर्शी एवं जनहितैषी बनाना है।
इस विशेष अवधि में नागरिक अपने शासकीय या निजी कार्यों से जुड़ी किसी भी समस्या, सुझाव अथवा आवेदन को संबंधित पंचायत या नगरीय निकाय में प्रस्तुत कर सकते हैं। यह सरकार को यह जानने का अवसर प्रदान करता है कि जनसेवा में कहां सुधार की आवश्यकता है, जिससे प्रशासनिक कार्यप्रणाली को सरल और सुविधाजनक बनाया जा सके।
निरीक्षण में जुटे अधिकारी, समाधान के प्रति प्रतिबद्ध
जिला प्रशासन ने भी इस अभियान को गंभीरता से लिया है। कलेक्टर लंगेह एवं जिला पंचायत सीईओ श्री एस. आलोक सहित नोडल अधिकारियों की टीम पंचायत स्तर तक पहुंचकर व्यवस्थाओं का निरीक्षण कर रही है। आज कलेक्टर ने ग्राम बम्हनी में समाधान केंद्र का दौरा किया, जहां उन्होंने आम नागरिकों से सीधा संवाद किया और यह सुनिश्चित किया कि आवेदन देने में किसी को कोई कठिनाई न हो।
नागरिकों में विश्वास, समस्याओं पर हो रहा काम
ग्राम परसदा के विक्रम चंद्राकर ने नलकूप खनन की मांग को लेकर आवेदन प्रस्तुत किया। ग्राम खैराभाठा की दुलारी बाई ने रोजगार की मांग रखी, वहीं ग्राम गौरटेक के सीताराम चौहान ने अतिक्रमण से संबंधित शिकायत दर्ज कराई। इन आवेदनों पर त्वरित कार्यवाही की जा रही है, जिससे लोगों में शासन के प्रति विश्वास और उत्साह का वातावरण बना है।
जनभागीदारी से आगे बढ़ेगा गांव
सुशासन दिवस – जनसुविधा के लिए खुला मंच के रूप में यह अभियान नागरिकों को सशक्त बना रहा है। यह एक सुनहरा अवसर है जब आमजन अपनी बात शासन तक सीधे पहुंचा सकते हैं। यह अभियान केवल शिकायत दर्ज करने का माध्यम नहीं, बल्कि समाधान की दिशा में एक निर्णायक पहल है मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में चलाया जा रहा यह सुशासन अभियान राज्य को समावेशी विकास की दिशा में अग्रसर करने का एक मजबूत प्रयास है।
जनता का उत्साह और प्रशासन की तत्परता इस बात का संकेत है कि सुशासन तिहार 2025 न केवल समस्याओं का समाधान देगा, बल्कि नागरिकों में जागरूकता और सहभागिता की भावना को भी मजबूती प्रदान करेगा।
