बिजली विभाग की लापरवाही से ग्रामीण परेशान, प्रशासन से सख्त कार्रवाई की मांग

सिरको : गांव में पिछले चार वर्षों से मोटर लाइन और गली लाइन एक होने के कारण ग्रामीणों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। हर दिन करीब 7 घंटे बिजली कटौती होने से लोगों का जनजीवन पूरी तरह प्रभावित हो गया है। ग्रामीणों का कहना है कि वे कई बार इस समस्या की शिकायत कर चुके हैं, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है।

शिकायतों के बावजूद समाधान नहीं

गांव के लोगों ने कई बार बिजली विभाग से संपर्क किया और “मोर बिजली बिल” ऐप के माध्यम से शिकायत भी दर्ज कराई, लेकिन कोई समाधान नहीं निकला। जब ग्रामीणों ने संबंधित अधिकारियों से बात की तो उन्होंने “जांच कर बताएंगे” जैसा टालमटोल भरा जवाब देकर मामले को नजरअंदाज कर दिया।

सबस्टेशन अधिकारी जिम्मेदारी से बच रहे

जब इस समस्या को लेकर सबस्टेशन के अधिकारियों से बातचीत की गई तो उन्होंने लोड कटौती का बहाना देकर पल्ला झाड़ लिया। अधिकारियों का कहना है कि “जल्द ठीक हो जाएगा, काम चल रहा है”, लेकिन हकीकत यह है कि बीते चार सालों से इसी तरह गोलमोल जवाब देकर लोगों को गुमराह किया जा रहा है।

बिजली विभाग का दावा है कि कंचनपुर में नया सबस्टेशन निर्माण कार्य चल रहा है और एक महीने के भीतर समस्या हल हो जाएगी। कभी 15 दिन तो कभी एक महीने का आश्वासन देकर अधिकारियों ने ग्रामीणों को भ्रमित करने का काम किया है।

बोर्ड परीक्षा के विद्यार्थियों को हो रही परेशानी

गांव के कई छात्र 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं, लेकिन बिजली कटौती के कारण उनकी पढ़ाई बुरी तरह प्रभावित हो रही है। बिना रोशनी के रात में पढ़ाई करना मुश्किल हो गया है, जिससे विद्यार्थियों को मानसिक तनाव का सामना करना पड़ रहा है। अभिभावकों का कहना है कि अगर समय रहते बिजली व्यवस्था में सुधार नहीं हुआ तो बच्चों के भविष्य पर इसका गहरा असर पड़ सकता है।

बिजली कटौती से गर्मी और मच्छरों का कहर

गांव में लगातार हो रही बिजली कटौती के कारण गर्मी में मच्छरों का प्रकोप बढ़ता जा रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि दिनभर मेहनत-मजदूरी करने के बाद जब वे रात में आराम करने जाते हैं, तो बिजली गुल होने के कारण चैन से सो भी नहीं पाते। इससे उनकी नींद प्रभावित हो रही है, जिससे मानसिक तनाव और अन्य स्वास्थ्य समस्याएं बढ़ रही हैं।

ग्रामीणों ने दी आंदोलन की चेतावनी

अगर जल्द ही इस समस्या का समाधान नहीं किया गया तो गांव के लोग बड़े आंदोलन करने को मजबूर होंगे। ग्रामीणों का कहना है कि वे बिजली विभाग और प्रशासन को इसके लिए जिम्मेदार ठहराएंगे और यदि जल्द कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई तो वे धरना-प्रदर्शन और प्रशासनिक हस्तक्षेप की मांग करेंगे।

ग्रामीणों ने प्रशासन से जल्द से जल्द स्थायी समाधान निकालने की मांग की है, ताकि उन्हें बिजली संकट से राहत मिल सके और विद्यार्थियों सहित आम जनता को राहत मिले।

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